रविवार, 29 अगस्त 2010

घर में ही पहचानों खाद्य पदार्थों की मिलावटबरेली।
खाद्य पदार्थों में मिलावट का बाजार गर्म है। अधिकतर खाद्य पदार्थों में मिलावट हो रही है इससे लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। मिलावट रोकने के लिए बना विभाग छापामार कार्रवाई कर रहा है, इसके बावजूद मिलावटखोर सक्रिय हैं। ऐसे में आप खुद ही मिलावट की पहचान कर लें तो कई बीमारियों से अपने और अपने परिवार को बचा सकते हैं। अगर मिलावट की शंका हो तो फूड एंड ड्रग प्राधिकरण विभाग को सूचित कर सकते हैं।कैसे पहचाने खाद्य पदार्थो की मिलावटदूध- अगर दूध में आरारोट मिलाकर गाढ़ा किया गया है तो उसे आसानी से पहचान सकते हैं। दूध में आयोडीन की दो-तीन बूंदे डाल दें तो वह नीला पड़ जाएगा तो समझो मिलावट है। दूध की अन्य जांच लेक्टोमीटर से की जा सकती है, लेक्टोमीटर बाजार में आसानी से मिल जाता है।
आटा- आटे में चावल के बारीक कन पीस दिए जाते हैं। ऐसे आटे को गूथेंगे तो उसमें खिंचाव कम होगा और लचीला नहीं होगा। आटा सख्त रहेगा।
दाल- अरहर की दाल की मांग अधिक है इसमें खेखासी मिला दी जाती है। खेखासी की जांच के लिए दाल को हाइड्रोक्लोरिक एसिड में डाल दे, 15 मिनट बाद उसका रंग पीला हो जाए तो समझो मिलावट है। इसके अलावा दाल रंगी होगी तो पानी मिलाते ही वह रंग छोड़ेगी।
चाय पत्ती- चाय पत्ती में चमड़े के छीलन मिलाया जाता है। ठंडे पानी में इसे डालेंगे तो चाय की पत्ती तैरेगी और चमड़ा नीचे बैठ जाएंगा।खोवा और पनीर- आलू और शकरकंद को उबालकर खोवा में मिला दिया जाता है। थोड़ा खोवा लेकर उसमें आयोडीन डाल दें तो वह पीला पड़ जाएगा तो नकली है। वहीं पनीर अगर मिलावटी होगा तो उसका जमाव अच्छा नहीं होगा। वह भुरभुरा होगा और चिकनाहट गायब होगी।
जीरा- जीरा में फूल झाडू का बीज मिलाया जाता है। जीरा को पानी में डालेंगे तो झाडू का बीज तैरेगा और जीरा नीचे बैठ जाएगा।पिसी मिर्च- पिसी लाल मिर्च में गेरू पीसकर मिला दिया जाता है। इसे एक गिलास पानी में थोड़ा डालेंगे तो मिर्च ऊपर तैरेगी और गेरू नीचे बैठ जाएगा।
हल्दी- बाजार में बिक रही पिसी हल्दी में पीली मिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे भी पानी में डालेंगे तो हल्दी तैरेगी और मिट्टी नीचे बैठ जाएगी।
काली मिर्च- इसमें देसी पपीते का बीज मिलाया जा रहा है। इसे पानी में डालेंगे तो काली मिर्च नीचे बैठ जाएगी और पपीते का बीज तैरेगा। इसे चबाने पर पपीते का बीज होगा तीखा नहीं होगा।

3 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छी जानकारी - प्रेरक आलेख

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  2. अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद|

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  3. मिलावटखोरों से सावधान करती आपकी इस पोस्ट ने सामाजिकता निभायी. धन्यवाद.

    लेकिन एक बार काली मिर्च टेस्टिंग के समय तैरने वाले बीज को चखा तो वो भी तीखा निकला.
    क्या पपीते के बीजों में संगती का असर तो नहीं आ गया था? असमंजस में हूँ. शायद वो काली मिर्च के दाने थोथे होंगे.

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